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Boyfriend |
Best Love Shayari in Hindi :
Love Status and Shayari
1. खत्म हो जाती हैं जज्बात के साथ उनकी याद आती है हर बात के साथ खता कुछ भी नहीं महज इतनी हैं उनकी याद आती है हर बात के साथ
2. उनकी चर्चा हर शाम होती हैं बात बात में बात निकल आती हैं हवालात पेश करता हूं महा फिल्म मैं महफिल में उनकी बात निकल आती हैं
3. चंद कलाम पेश करता हूं जज्बात के साथ मैं आपको याद करता हूं अपने नाम के साथ इज्जत चाहता हूं गुस्ताखी की साजन मैं आपका नाम पेश करता हूं अपने नाम के साथ।
4. नाम आपको रोशन कर जाएंगे जनाब अपने नाम के साथ दुनिया याद करेगी साजन आपको हमारे नाम के साथ।
5. उनसे प्यार हुआ था पहली मुलाकात के बाद एहसास ए मोहब्बत हुआ उनसे बिछड़ जाने के बाद।
6. अहसास चाहत का दिलाया उनसे कब्र तक हमने पहुंचाया उसने दगा देकर प्यार में हमें खाक में मिला या उसने।
7. जलाकर दीप मजार में वह एहसास ए वफ़ा दिलाते हैं पहले जनाजा उठाया प्यार का अब वह प्यार मेरा दफनाते हैं।
8. शमां बुझाकर प्यार की, महफिल गैरों की आबाद करते हैं गिराकर जुल्फें चेहरे पर वह अपने चाहने वालों को बर्बाद करते हैं।
9. दिल लेकर प्यार में सागर साथ निभाने की कसम खाई थी पहले कि उसने वफा फिर बर्बाद करने की कसम खाई थी।
10. दिल ने प्यार किया था तुमने हर गम मोहब्बत का उठा लूंगा तुम शौक से ब्याह रचा लेना मैं भी फोटो पे हार चढ़ा दूंगा।
11. महफ़िल मेरा साथ तेरे अब तन्हाई में भी जी लूंगा तुम शौक से ब्याह रचा लेना तेरी वफाई का जहर भी पी लूंगा
12. दिल तेरी चाहत का तलबगार नहीं है मैं जानता हूं तुम्हें मुझसे प्यार नहीं है फिर क्यों साथ रहते हो मेरे जब जानेमन तुम्हें मुझसे प्यार नहीं है
13. सोचा था कभी कदम ना रखोगे यह साकी तेरे मयखाने में किसी खबर थी सागर हम भी डूब जाएंगे पैमाने में
14. ना मौत मिलती है खुदा ना भुलाई जाती याद उनकी वह चले गए दगा देकर हर कदम पर आती हैं याद उनकी
15. लव करते हैं जाम पीने के बाद दिल जलता है सागर जहर पीने के बाद दुनिया जानती हैं वह है गैरों के पहलू में क्यों याद आते हैं सागर बिछड़ जाने के बाद
16. लव खुले जुबा खामोश रही हो चले गए गैरों के आगोश में अलविदा भी नहीं कर पाई उन्होंने वह चलेंगे गैरों की आगोश में
17. अपनी हवस की खातिर वो और दर्द को ठुकराते आए वह दावा करते हैं वफा का सागर जो हर शाम मर्द बदलते आए हैं
18. हर शाम मर्द बदलते आए हैं हमें दस्ताना ए वफ़ा सुनाते हैं जिस्मफरोशी के शौक को वह वफा की निशानी बताते हैं।
19. बिछड़ कर जान की तरह मैं भूल गया वजूद तेरा दर्द-ए-दिल सा करने आज भूल गया नाम तेरा हूं
20. ठोकर खाकर संभल गया हूं बड़ा दिल दुखाया है जान मेरी कुछ मैं करता तुमसे और वफ़ा मैयत उठ जाती जान मेरी। Shayari Shayari shayari Shayari Shayari